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कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान कन्या पूजन के लिए अपनाये ये तरीके।

कोरोना वायरस के कारण इस समय हमारे देश में सम्पूर्ण लॉकडाउन चल रहा है, जिसका पालन करना आपको और आपके परिवार को कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी से बचने के लिए जरूर करना चाहिए। चैत्र नवरात्र का महीना होने के कारण इस समय हमारे देश में नवरात्री पर्व भी मनाया जा रहा है। नवरात्रि के पावन पर्व के दौरान कन्या पूजन का भी आयोजन किया जाता है, जिसमे 9 कन्याओं को आप अपने घर में बुलाकर या फिर किसी पास के मंदिर में जा कर कन्याओं का पूजन कर उनको भोजन करा सकते हैं। इस वर्ष दुर्गा अष्टमी तिथि 1अप्रैल एवं नवमी तिथि 2 अप्रैल 2020 को मनाई जाएगी। हम आपको यही सलाह देंगे की कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने और लॉकडाउन के नियमों का पालन करने के लिए, कन्या पूजन में घर या घर से बाहर मंदिर में जाकर कन्या न खिलाएं। इस चैत्र नवरात्र कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान कन्या पूजन के लिए अपनाये ये तरीके।

कोरोना लॉकडाउन कन्या पूजन
courtesy google

कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान कन्या पूजन के लिए अपनाये ये तरीके – How to do kanya pujan during the lockdown due to coronavirus in hindi

* कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान कन्या पूजन करने के लिए आप अपने घर परिवार में मौजूद 7 वर्ष तक की आयु वाली कन्या का पुरे विधि विधान से पूजन कर उसे हलवा, पूड़ी और चने खिलाएं। इसके पश्च्यात कन्या को दान, दक्षिणा भेंट करें, माता रानी आप पर कृपा बरसाएंगी।

* अगर आप के घर में कोई छोटी उम्र की कन्या मौजूद न हो तो ऐसी स्थिति में घबराएं नहीं। माता को प्रसन्न करने के लिए घर के मंदिर में मौजूद माता की विधि विधान से पूजन करें और माता को विभिन्न प्रकार के भोग समर्पित करें। इसके पश्च्यात माता को भेंट सामग्री अर्पित करें। प्रसाद का कुछ हिस्सा माता का ध्यान करते हुए गाय को खिला दें। यदि आपके घर के आस पास ऐसा कोई गरीब और असहाय व्यक्ति रहता हो जो लॉकडाउन के कारण भोजन पानी का प्रबंध करने में असमर्थ हो, तो ऐसी विषम परिस्थिति में उसकी मदद अवश्य करें। विषम परिस्थिति में जो व्यक्ति अन्य व्यक्ति के काम आता है उस पर भगवान हमेसा कृपा करते हैं।

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* नवरात्री के इस पावन पर्व में हमारे देश में कई क्षेत्रों में माता की गोद भराई का भी प्रचलन है। इसमें महिलाएं अष्टमी या नवमीं के दिन नवरात्र के पूजा पंडाल या माता के मंदिर में जाकर गोद भरती हैं लेकिन इस चैत्र नवरात्रि में परिस्थितियां बेहद अलग हैं। सम्पूर्ण विश्व में कोरोना वायरस महामारी का संक्रमण फ़ैल रहा है। जिसके चलते हमारे देश भारत में भी 21 दिन का लॉकडाउन किया गया है। यही कारण है कि नवरात्र के इस पावन पर्व के दौरान न कोई पूजा पंडाल बना है, न ही किसी मंदिर के कपाट खोले जा रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में आप गोद भरने की परंपरा को घर पर कर सकते हैं। हमारे शास्त्रों में भी इस बात का उल्लेख है कि गोद भरने की रस्म घर पर भी कर सकते हैं। इसके लिए माता की मूर्ति या फोटो के सामने एक लाल वस्त्र में चावल, सिंदूर, हल्दी, माता के श्रृंगार का सामान, काजल, बिंदी और पैसे रखकर प्रार्थना करें। आप चाहें तो इसे अपने पास भी रख सकते है या फिर इसे किसी सुहागन स्त्री को भेंट कर दें।

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