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डॉ हर्षवर्धन ने कहा, चीन द्वारा भेजी गयी खराब रैपिड टेस्ट किट वापस भेजी जाएँगी चीन।

एक तरफ सम्पूर्ण विश्व जहाँ कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एक दूसरे का पूरा सहयोग करने की कोशिश कर रहें हैं, वहीं दूसरी तरफ चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। कोरोना से लड़ने और जाँच में तेजी लाने के लिए भारत ने चीन से  रैपिड टेस्ट किट खरीदे थे, जिनके बारे में अब यह बात सामने निकल कर आ रही है कि चीनी कोरोना रैपिड टेस्ट किट सही रिपोर्ट देने में सक्षम नहीं हैं। जिस कारण जाँच कि रिपोर्ट गलत आने की सम्भावनएं बढ़ रही हैं। भारत पहला ऐसा देश नहीं हैं जहाँ चीनी कोरोना रैपिड टेस्ट किट की रिपोर्ट पर सवाल उठाये गए हों। इससे पहले भी यूरोप के कई देश चीन द्वारा भेजी गयी रैपिड टेस्ट किट खराब गुणवत्ता के चलते वापस कर चुके हैं। हाल ही में देश के स्वास्थ्यमंत्री डाक्टर हर्षवर्धन के बताया की गुणवत्ता पर खरी न उतरने के कारण भारत ने चीनी कोरोना रैपिड टेस्ट किट को चीन को वापस लौटने का निर्णय लिया है।

चीन रैपिड टेस्ट किट
courtesy google

कोरोना वायरस से लड़ने और तेजी से खत्म करने के लिए हर देश के लिए यह बेहद जरुरी है कि वह अपने देश में वायरस से निपटने के लिए तेजी से रैपिड टेस्ट का सहारा ले। इसी को मद्देनजर रखते हुए हमारे देश भारत ने भी चाइना से समते कई अन्य देशों से रैपिड कोरोना टेस्ट किट खरीदी। भारत में इन किट्स के द्वारा हुई जाँच की रिपोर्ट गलत आने के बाद इनकी गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे। मामला संज्ञान में आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री डाक्टर हर्षवर्धन ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा करी। जिसमे यह निर्णय लिया गया ऐसी सभी रैपिड टेस्ट किट जो गुणवत्ता पर खरी नहीं उत्तर रही, उन्हें उनके देश वापस भेजा जायेगा।

आपको बता दें कि कई राज्यों द्वारा रैपिड टेस्ट किट की गुणवत्ता के बारे में शिकायत मिलने के बाद भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (ICMR) ने  रैपिड जाँच टेस्ट किट पर अस्थायी रूप से रोक लगाने का फैसला लिया था। इस दौरान ICMR ने 8 शीर्ष चिकित्सयी सस्थाओं द्वारा फिल्ड जाँच को मंजूरी दी थी। जाँच में जो बात निकलकर आयी वो वाकई हैरान कर देने वाली थी। जाँच की रिपोर्ट के मुताबिक चीन से खरीदी रैपिड टेस्ट किट और राज्यों की रिपोर्ट में बड़ा अंतर् साफ दिख रहा था। भारत से पहले भी चीन कई यूरोपियन देशों को अपनी खराब टेस्ट किट भेज चूका है। जिन्हे वहाँ की गवर्मेंट द्वारा रिजेक्ट कर दिया गया और चीन को वापस लौटा दिया गया।

गौरतलब है कि देश में कोरोना से निपटने के लिए के राज्य इन रैपिड टेस्ट किट की मदद ले रहे थे, जिसे अब सभी राज्यों द्वारा रोक दिया गया है। बता दें कि भारत में रैपिड टेस्ट किट का प्रयोग करने वाले राज्यों में राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु आदि अन्य राज्य शामिल हैं।

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