Health

एक नहीं 6 तरह से हमला करता है कोरोना, संक्रमितों में दिखते हैं अलग-अलग लक्षण।

कोरोना महामारी के प्रसार के बाद से ही वैज्ञानिक इसकी रोकथाम करने के लिए लगातार रिसर्च कार्य में लगे हुए हैं। कोरोना महामारी का प्रकोप इस समय विश्व के 250 से अधिक देश झेल रहें हैं। अब तक विश्व में कोरोना महामारी की चपेट में 2 करोड़ से अधिक लोग आ चुके हैं। विश्वभर के वैज्ञानिक वायरस की रोकथाम की वैक्सीन बनाने के कार्य में दिन रात जुटे हुए हैं। इसके अलावा कोरोना वायरस के ऊपर वैज्ञानिको का शोध कार्य भी जारी है। हाल ही में लंदन के किंग्स कॉलेज के शोधकर्ताओं ने कोरोना ट्रेकर ऐप से इक्क्ठा किये डाटा का विश्लेषण कर यह बात सामने रखी कि कोरोना वायरस मानव शरीर पर 6 तरीकों से हमला करने की क्षमता रखता है। यही कारण है कि कोरोना के सभी मरीजों में वायरस के अलग-अलग लक्षण उभर कर सामने आते हैं। आईये जानते हैं कोरोना वायरस के ये अलग-अलग लक्षण कैसे कर रहें हैं लोगों को संक्रमित।

शोध के अनुसार संक्रमितों में दिखते हैं कोरोना के अलग-अलग लक्षण

1.फ्लू के लक्षण, फिर भी बुखार नहीं-

इस प्रकार के संक्रमितों को गले में खराश, मांसपेशियों में तनाव, सीने में दर्द, सिरदर्द, खांसी और सूंघने की शक्ति कमजोर पड़ने की शिकायत रहती है, लेकिन इन्हें बुखार नहीं होता।

2.बुखार के साथ फ्लू जैसे लक्षण-

इस प्रकार के संक्रमितों को खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, गला बैठने, सूंघने की शक्ति कमजोर पड़ने, भूख कम लगना या बिलकुल नहीं लगना जैसी समस्याओं के साथ बुखार की समस्या भी रहती है।

3.पाचन तंत्र संबंधी दिक्कतें ज्यादा-

इस प्रकार के संक्रमितों को सिरदर्द, सूंघने की शक्ति में कमी आना, भूख कम लगना या खत्म हो जाना, डायरिया, गले में खराश, सीने में दर्द की समस्या बनी रहती है, लेकिन इन्हें खांसी नहीं होती।

4.गंभीर स्तर की सुस्ती-

कुछ कोरोना संक्रमितों में खांसी, सिरदर्द, बुखार, संघूने की शक्ति कमजोर पड़ने, गला बैठने और सीने में दर्द होने के साथ सुस्ती की समस्या भी देखी जाती है, जो आगे चलकर गंभीर रूप धारण कर सकती है।

5.भ्रम की स्थिति-

कुछ संक्रमितों में सूंघने की शक्ति कमजोर पड़ने, भूख कम लगना या नहीं लगना, सिरदर्द, बुखार, गला बैठना, खांसी, गले में खराश, सीने में दर्द, सुस्ती, मांसपेशियों में तनाव और भ्रम की स्थिति जैसे लक्षण नजर आते हैं।

6.पेट दर्द के साथ सांस लेने में तकलीफ-

भूख नहीं लगाना, सिरदर्द, सूंघने की शक्ति कमजोर पड़ जाना, बुखार, गला बैठना, खांसी, गले में खराश, सीने में दर्द, सुस्ती, भ्रम, सांस लेने में तकलीफ, दस्त, पेटदर्द और मांसपेशियों में खिंचाव की शिकायत होती है।

चौथा, पांचवां, छठा सतर ज्यादा घातक-

शोधकर्ताओं के मुताबिक हलांकि सभी संक्रमितों में कोरोना के अलग-अलग लक्षण देखने को मिलते हैं। लेकिन अस्पताल में भर्ती अधिकतर मरीज चौथे, पांचवें और छठे तरह से ग्रसित पाए गए। ऐसे मरीजों को कृत्रिम ऑक्सीजन की आपूर्ति करने या वेंटिलेटर पर रखने की जरूरत भी ज्यादा पड़ती है। मरीजों में खांसी, सिरदर्द और सूंघने की शक्ति घटना सबसे आम लक्षण हैं।

सही समय पर सही इलाज देना संभव-

शोध दल से जुड़े क्लेयर स्टीव्स ने कहा, लक्षणों की गंभीरता वायरस का शिकार होने के पांचवें दिन से ही समझ में आने लगती है। ऐसे में डॉक्टर संक्रमितों के खून में ऑक्सीजन के स्तर पर नजर रख आंक सकते हैं कि वह गंभीर स्थिति में तो नहीं पहुंचेगा। इससे उन्हें सही दिशा में इलाज करने में मदद मिलती है।

इन टिप्स को अपना कर पता लगाएँ कि आपका हैंड सैनिटाइजर असली है या नकली।

ऐसी महत्पूर्ण खबरों को अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ शेयर करना ना भूलें। 

ऐसी महत्पूर्ण खबरों के लिए आज ही हमसे जुड़े :- 

Instagram
Facebook
Twitter
Pinterest

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *