स्वस्थ्य और स्वच्छ बने रहने के लिए अपनाएं पर्सनल हाइजीन की इन अच्छी आदतों को।
किसी भी व्यक्ति को स्वस्थ्य और स्वच्छ रहने के लिए पर्सनल हाइजीन की आदत को अपनाना सबसे जरूरी होता है। यदि आप अपने पर्सनल हाइजीन पर ध्यान नहीं देते, तो एक तरह से यह समझे की आप खुद बिमारियों को अपने शरीर में बुलावा दे रहे हैं। दिन भर की धूल, प्रदूषण, दूषित हवा और पसीने के कारण शरीर दूषित हो जाता है। इस दौरान अनेक प्रकार के बैक्टीरिया शरीर में जमा होने लगते हैं, जो आगे चल कर अनेक प्रकार के रोगों का कारण बनते हैं। इसलिए यह जरुरी है कि एक हेल्दी लाइफस्टाइल जीने के लिए व्यक्ति को खुद की पर्सनल हाइजीन का विशेष ध्यान रखना चाहिए। निरोगी, स्वस्थ्य और स्वच्छ बने रहने के लिए आज ही अपनाएं पर्सनल हाइजीन की इन अच्छी आदतों को।
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अपनाएं पर्सनल हाइजीन की इन अच्छी आदतों को – Follow these good habits of personal hygiene to stay healthy and clean.
दैनिक स्नान करें – Take a daily shower
सर्दी का मौसम हो या तपती गर्मी का, रोजाना नहाने की अच्छी आदत डालें। हमारे शरीर से निकलने वाले पसीने को अगर साफ न किया जाये तो यह बैक्टीरिया का घर बनने लगता है। इसके अलावा दिन भर में हम कई बार घर से बाहर निकलते हैं, इस दौरान धूल, दूषित हवा और वातावरण में मौजूद प्रदूषण के कारण शरीर में अनेक प्रकार की गंदगी इकट्ठा हो जाती है। इसलिए जरुरी है कि रोजाना नहाने की आदत डाले। रोजाना नहाने से न केवल शरीर से बाहरी गंदगी हटती है, बल्कि पसीने के कारण शरीर में इकट्ठा हुए बैक्टीरिया भी नहाने से दूर हो जाते हैं। साथ ही नहाने से शरीर में तरोताजगी का संचार होता है।
दांतों की सफाई – Cleaning of teeth
पर्सनल हाइजीन के लिए दातों की नित्य सफाई करना भी जरुरी होता है। रोजाना सुबह उठने के बाद दांतो की सफाई करने के पश्च्यात ही कुछ खाना या पीना चाहिए। रोजाना दो बार ब्रश करने की अच्छी आदत डालें। इससे मसूड़ों से संबंधित बीमारियों और दांतों की सड़न जैसी समस्याओं को रोका जा सकता है। इसके अलावा ब्रश करने से मुँह में मौजूद बैक्टीरिया भी खत्म हो जाते हैं।
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हाथों की सफाई – Keep hands clean
पर्सनल हाइजीन के लिए अपने हाथों की नियमित रूप से सफाई करें। दिन में कई बार हाथों को साबुन या पानी से धोएं। कुछ खाने से पहले और खाने के बाद हाथ जरूर धोएं। शौचालय का उपयोग करने के बाद, खेलने के बाद या किसी भी तरह के बाहरी काम करने के बाद हाथ धोना अत्यंत महत्वपूर्ण है। बैक्टीरिया हाथों की सतह पर और नाखूनों के नीचे आसानी से इकट्ठा होते हैं। इसलिए बार-बार हाथ धोना अति आवश्यक है।
छींकते या खांसते समय मुंह ढंकें – Cover mouth while sneezing or coughing
पर्सनल हाइजीन का ये भी एक अहम बिंदु है। खांसने और छींकने के दौरान हमारे मुँह से अनेक माइक्रो आकर की बुँदे निकलती हैं जो कि हवा के माध्यम से तैरते हुए आगे बढ़ती हैं और आस पास मौजूद सभी चीजों पर बैठ जाती हैं। इन बूंदों में कई प्रकार के वायरस मौजूद होने की संभावना होती है इसलिए छींकते या खांसते समय अपना मुंह रुमाल या टिसू पेपर से ढकें। इसके अलावा आप अपनी कोहनी को मोड़ कर उसे मुँह के पास ले जा कर उस पर भी खांस और छींक सकते हैं। यह न केवल स्वच्छता के लिए आवश्यक है बल्कि सभ्य व्यवहार का एक तरीका भी है।
भीड़-भाड़ वाले इलाकों में न जाएं – Avoid going to crowded areas
किसी भी वायरस या बैक्टीरिया का व्यक्ति तक पहुंचने के लिए भीड़-भाड़ वाले स्थान, सबसे आसान साधनो में से एक हैं। इसलिए जितना हो सके भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें। अगर आप इसी जगह पर जा रहे हैं तो चेहरे पर मास्क का प्रयोग अवश्य करें।
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कपड़े को साबुन से अच्छी तरह धोएं – Wash the clothes thoroughly with soap
निरोगी, स्वस्थ्य और स्वच्छ बने रहने के लिए खुद के साथ कपड़ों की साफ सफाई भी जरूरी होती है। कपड़ों से गंदगी और कीटाणुओं को हटाने के लिए कपड़े को डिटर्जेंट या साबुन से अच्छी तरह धोएं। एक ही कपड़े को कई दिनों तक पहनने की गंदी आदत न डालें। जिस तरह खुद को साफ रखने के लिए आप नियमित रूप से नहाते हैं। ठीक उसी प्रकार से कपड़ों की नियमित सफाई भी जरूरी है।
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