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शरीर में ऑक्सीजन लेवल की कमी होने पर नजर आते हैं ये लक्षण।

कोरोना महामारी को एक साल से अधिक समय हो जाने के बावजूद आज देश में हालत कुछ इस तरह बने हुए हैं कि देश में ऑक्सीजन संकट गहराने लगा है। देश में कई राज्यों के अस्पताल इस समय ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं। सिर्फ ऑक्सीजन ही नहीं, बल्कि इस समय देश के कई राज्यों में स्वास्थ्य सेवाओं पर अतिरिक्त बोझ पड़ने के कारण कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पताल में उपचार हेतु बेड़ तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। ऐसे में कई लोगों की मृत्यु का कारण कोरोना की बजाय उसका ट्रीटमेंट नहीं मिल पाना या शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाना है। इसके अलावा कई लोग ऐसे भी जिनका ऑक्सीजन लेवल तो सही है लेकिन घबराहट के कारण वो अस्पताल पहुंचने लगे हैं। इन सभी हालातों को देखते हुए श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉक्टर्स ने सांस के रोगियों को ये सलाह दी है कि सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत अस्पताल न भागें बल्कि पहले ऑक्सीजन लेवल में कमी होने के संकेतों के बारे में जान लें। यदि आपका ऑक्सीजन लेवल सामान्य है तो डॉक्टर की सलाहनुसार घर पर ही होम आइसोलेट हो जाएँ और अपना ऑक्सीजन लेवल मॉनिटर करते रहें। आईये जानते हैं वे कौन से ऐसे लक्षण हैं जो ये बताने में मदद करते हैं कि शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो रही है।

शरीर में ऑक्सीजन की कमी
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शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने पर नजर आते हैं ये लक्षण –

सांस लेने तकलीफ महसूस होना –

कोरोना के इस दौर में यदि आप होम आइसोलेशन में हो और आपको ऐसा लगे की साँस लेने में तकलीफ हो रही है तो तुरंत आपको अपना ऑक्सीजन लेवल चैक करना है। यदि यह 95-94 प्रतिशत पर है ज्यादा पैनिक न होकर लम्बी लम्बी सांसे भरें, कुछ देर अनुलोम विलोम करें। यदि इन सब को करने के बावजूद ऑक्सीजन लेवल गिरते जा रहा हो तो आपको नजदीकी अस्पताल जा कर डॉक्टर से मिलना चाहिए। यदि घर पर ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था हो जाए तो डॉक्टर से फ़ोन पर परामर्श लेकर दवाईयां खरीद लीजिए और ऑक्सीजन थेरपी लेना शुरू कर दीजिए।

ऑक्सीजन लेवल करते रहें मॉनिटर –

कोरोना काल के इस दौर में होम आइसोलेशन वाले सभी कोविड पेसेंट को अपने ऑक्सीजन लेवल को समय-समय पर मॉनिटर करते रहना चाहिए। ऑक्सीजन लेवल मॉनिटर करने के लिए आपको जरूरत होगी एक ऑक्सीमीटर की जिसे ऑनलाइन या ऑफलाइन खरीदा जा सकता है। एक स्वस्थ्य व्यक्ति का ऑक्सीजन लेवल 95 से ऊपर होना चाहिए। लेकिन यदि यह 91-94 के बीच जा रहा है तो हर 3 घंटे में इसे मॉनिटर करें। इस अवस्था में आप होम ऑक्सीजन थेरेपी ले सकते हैं। लेकिन यदि यह 90 के नीचे जा रहा हो तो आपको जल्द से जल्द अस्पताल जाना चाहिए।

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होठों में नीलापन और चेहरे की रंगत उड़ना –

यदि आपके होंठों का रंग नीला पड़ने लगे और चेहरे की रगंत उड़ने लगे तो यह भी शरीर में ऑक्सीजन की कमी का एक लक्षण हो सकता है। इसके अलावा यदि चेहरे पर सूजन आने लगे और इसका रंग काला पड़ने लगे तो यह भी शरीर में ऑक्सीजन लेवल की कमी का एक संकेत माना जाता है। ऐसी परिस्थिति में तुरंत ऑक्सीमीटर से अपना ऑक्सीजन लेवल चैक करें यह कम है तो ऑक्सीजन थेरेपी लेना शुरू करें।

चक्कर आना –

शरीर में ऑक्सीजन में कमी होने पर चक्कर आने की समस्या भी देखी जाती है। इसके पीछे का कारण हैं जैसे ही शरीर में ऑक्सीजन लेवल गिरने लगता है तो रक्त में ऑक्सीजन की सप्लाई कम हो जाती है और यह शरीर के सभी हिस्सों में सही तरीके से नहीं पहुंच पाता है। जिसका नतीजा यह होता है कि मरीज को चक्कर आना, आँखों के आगे धुंधला पन छाना, सुस्ती और नींद आना जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं। ऐसी अवस्था में अपना ऑक्सीजन लेवल जरूर चैक करें।

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छाती या फेफड़ों में दर्द की शिकायत –

शरीर में ऑक्सीजन लेवल कम होना स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद गंभीर और चिंताजनक स्थिति होती है। कोरोना के इस दौर में सभी को समय-समय पर घर बैठे ऑक्सीमीटर की सहायता से अपना ऑक्सीजन लेवल मॉनिटर करते रहना चाहिए। साथ ही ऐसे लक्षणों पर भी नजर रखनी चाहिए जिनसे ये पता लगता है कि शरीर में ऑक्सीजन का लेवल गिर तो नहीं रहा। ऐसा ही एक लक्षण है छाती में दर्द, सांस लेने में कठनाई, बहुत तेज सिरदर्द, अत्यधिक कमजोरी जैसी परेशानी होना।

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