Health

क्या है पत्ता गोभी का कीड़ा (टेपवार्म)(फीताकृमि) – Patta gobhi ka kida (tapeworm in hindi).

पत्ता गोभी का कीड़ा (टेपवार्म) (Patta gobhi ka kida)…पत्ता गोभी में पाये जाने वाला यह कीड़ा टेपवार्म (फीताकृमि) अगर हमारे शरीर में पहुंच जाये तो हमे गंभीर नुकसान पहुँचाने की क्षमता रखता है। टेपवार्म नामक यह परजीवी पत्ता गोभी, हरी सब्जियों और अधपके मांस को खाने वाले लोगों के शरीर में बहुत आसानी से पहुंच जाता है, इसलिए जब भी कभी आप ऐसी सब्जियां खाने की सोच रहे हों तो पहले गर्म पानी से अच्छी तरह से धो लीजिए और इनको पकाते समय ये ध्यान जरूर दीजिए की ये अधपकी और कच्ची ना रह जाएँ। (Patta gobhi ka kida) पत्ता गोभी का कीड़ा (टेपवार्म) के बारे में आपने अक्सर न्यूज़ पेपर में पढ़ा होगा ही होगा। आये दिन इस से संबंधित खबरें सामने आते रहती हैं। आईये आज के इस आर्टिकल में जानते हैं (Patta gobhi ka kida) पत्ता गोभी का कीड़ा (टेपवार्म) (फीताकृमि) के बारे में।

पत्ता गोभी का कीड़ा (टेपवार्म)
courtesy google

Contents

क्या है पत्ता गोभी का कीड़ा (टेपवार्म) (फीताकृमि) – Patta gobhi ka kida (tapeworm in hindi)

(Patta gobhi ka kida) पत्ता गोभी का कीड़ा (टेपवार्म) एक प्रकार का पैरासाइट होता है जो की अपने जीवन के लिए किसी अन्य जीव के ऊपर पूरी तरह से निर्भर रहता है। यही कारण है कि यह हमारे शरीर को खुद के जीवन के लिए चुनता है। इसकी 5000 से अधिक प्रजातियां पायी जाती हैं। इसके शरीर में हुक जैसी संरचनाएं होती हैं जिनके माध्यम से ये आश्रयदाता के अंग से चिपक जाता है और उनके द्वारा पचाये हुए भोजन को अपने भोजन के रूप में इस्तेमाल करता है। हमारे देश में यह बीमारी 20 से 25 साल पहले उभरकर सामने आयी थी इससे ग्रसित लोगों ने सर में तेज दर्द और मिर्गी जैसे दौरे पड़ने के लक्षण बताये थे।

कैसे करता है हमारे शरीर में प्रवेश –

(Patta gobhi ka kida) पत्ता गोभी का कीड़ा (टेपवार्म) हमारे शरीर में दूषित पानी, कच्चे मांस, पत्ता गोभी और अन्य हरी सब्जियों के माध्यम से प्रवेश करता है। अपने आकर में अत्यंत सूक्ष्म होने के कारण इसे हमारी नग्न आँखों के द्वारा देख पाना सम्भव नहीं होता। एक बार हमारे शरीर में प्रवेश करने के पश्च्यात यह सबसे पहले हमारी आँतों में पहुँचता है और विकसित होने के बाद हमारे रक्त प्रवाह के साथ शरीर के अन्य हिस्सों तक पहुंच जाता है। पत्ता गोभी का यह कीड़ा (tapeworm in hindi) अगर हमारे रक्त प्रवाह के माध्यम से दिमाग में प्रवेश कर जाये तो इसके परिणाम कभी कभी बेहद गंभीर भी हो जाते हैं।

पत्ता गोभी का कीड़ा ! आईये डालते हैं एक नजर पत्ता गोभी के कीड़े पर।

पत्ता गोभी का कीड़ा (टेपवार्म)
courtesy google

(Patta gobhi ka kida) पत्ता गोभी का कीड़ा (टेपवार्म) का संक्रमण कैसे फैलता है –

अधिकतर मामलों में यह दूषित खाद्य पदार्थों, दूषित और गंदगी में रहने वाले लोगों, अधपका मांस खाने वालों में इसका संक्रमण होने की अधिक सम्भावना पायी जाती है। रिबन के जैसा दिखने वाला (tapeworm in hindi) टेपवार्म (फीताकृमि) का अंडा हमारे शरीर में सबसे पहले आँतों में प्रवेश करता है यहाँ पर यह विकसित होता है और अपना घर बना लेता है, लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि अपने पूरे जीवनकाल के दौरान ये सिर्फ आपकी आँतों में ही रहे। शरीर में रक्त प्रवाह के माध्यम से यह शरीर के अन्य हिस्सों में भी पहुंच जाता है। अधिकतर मामलों में यह आँख, लिवर और हमारे दिमाग को निशाना बनाता है। यूरोपियन देशों के मुकाबले एशियन देशों में इसके संक्रमण का खतरा अधिक बना रहता है।

क्या हैं इसके लक्षण –

(tapeworm in hindi) टेपवार्म का विकास हमारी शरीर की आतों में होता है, बाद में ये रक्त परिवहन के माध्यम से शरीर के अन्य हिस्सों में भी पहुंच जाता है। टेपवार्म (फीताकृमि) से ग्रसित व्यक्ति में इसके शुरुआती लक्षणों में इसकी पहचान करना काफी मुश्किल होता है, किन्तु एक बार यह रक्त परिवहन के माध्यम से यदि हमारे दिमाग में पहुंच जाये जो इस से पीड़ित व्यक्ति के सर में बहुत तेज दर्द होना, उलटी-दस्त हो जाना, कमजोरी महशूस होना और मिर्गी जैसे दौरे पड़ना इसके प्रमुख लक्ष्णों में से एक है।

पत्ता गोभी का कीड़ा (टेपवार्म)
courtesy google

बचाव के तरीके –

पत्ता गोभी, पालक एवं अन्य हरी सब्जियों को खाने से पहले कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए जैसे की इन्हें पकाने से पहले अच्छी तरह से धो कर साफ कर लेना चाहिए और इनको कच्चा खाने से परेहज करना चाहिए। इनकी सब्जी बनाते समय इस बात का जरूर ध्यान दीजिए की ये अच्छी तरह से पक जाएँ अधपकी सब्जी का सेवन करने से बचें। अपने हाथों की साफ सफाई का ध्यान रखें, नाखून में मैल जमा ना होने दें, और दूषित पानी का उपयोग करने से बचें। यदि आप मांसाहारी है तो मांस किसी अच्छी और साफ सुथरी जगह से खरीदें और पकाने से पहले इसे अच्छी तरह से धो कर साफ करें और इसे खूब अच्छी तरीके से पका कर खाएं। अधपका मांस खाने से परहेज करें।

सिर्फ सब्जी और सलाद ही नहीं, पत्ता गोभी (Cabbage) के हैं अन्य कई फायदे 

दोस्तों अगर आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी तो कृपया अपने दोस्तों, परिवार के सदस्यों के साथ शेयर जरूर करें. 

ऐसी रोचक जानकारियों के लिए आज ही हमसे जुड़े :-

Instagram
Facebook
Twitter
Pinterest

2 thoughts on “क्या है पत्ता गोभी का कीड़ा (टेपवार्म)(फीताकृमि) – Patta gobhi ka kida (tapeworm in hindi).

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *