अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत पर बोले ट्रंप, दंगे रोकने के लिए होगी सेना तैनात।
कोविड-19 के बीच अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की मौत ने नया भूचाल ला खड़ा किया है। डॉक्टर्स की रिपोर्ट के मुताबिक अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या की पुष्टि होने के बाद अमेरिका में नया विवाद शुरू हो चूका है। लोग कोरोना वायरस, लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे सभी नियमों को ताक पर रख भरी संख्या में घर से बहार निकलने लगे हैं। अमेरिका में 140 से अधिक शहरों में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत को लेकर हिसंक प्रदर्शन जारी है। जगह जगह आगजनी और लूटपाट की घटनाएं होने लगी हैं। इस मामले ने इतना तूल पकड़ लिया हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप ने मामले को नियत्रण में लाने के लिए अमेरिका में सेना की सहायता लेने का निर्णय लिया है। जानिए क्या है अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत का पूरा मामला।
गौरतलब है कि मिनेसोटा राज्य के मिनीपोलिस में 25 मई को 46 वर्षीय एक अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन को एक पुलिसकर्मी ने घुटने से काफी देर तक दबाए रखा, जिससे उसकी मौत हो गई। जार्ज पर आरोप था कि उसने एक स्टोर पर सिगरेट खरीदने के लिए 20 डालर के नकली नोट का प्रयोग किया था। जिसकी कम्प्लेन एक शख्स द्वारा 911 को दी गयी। सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची और जार्ज फ्लॉयड को पकड़कर उसके दोनों हाथ पीछे कर जमीन पर लेटा दिया गया। इस दौरान एक पुलिस कर्मी ने जार्ज फ्लॉयड की गर्दन को अपने घुटने से काफी देर तक दबाए रखा, जिससे उसकी मौत हो गई।
पुलिस द्वारा इस निर्मम तरीके से जार्ज की गर्दन दबा कर हत्या करने की खबर देखते ही देखते सम्पूर्ण अमेरिका में आग की तरह फ़ैल गयी और लोग प्रदर्शन पर उतर आये। हालाँकि शुरुआत में प्रदर्शन उतना उग्र नहीं था, जितना अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत की रिपोर्ट आने के बाद हुआ। डॉक्टर्स ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया कि ”कानून प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा दबाव बनाए रखने के कारण मृतक को दिल का दौरा पड़ा।” इस रिपोर्ट में मौत के ‘अन्य महत्त्वपूर्ण कारणों’ में फ्लॉयड का दिल की बीमारी और उच्च रक्तचाप से पीड़ित होना और फेंटानिल का नशा और हाल में मेथामफेटामाइन का प्रयोग करना भी बताया गया।
अमेरिका में जॉर्ज की मौत के बाद बढ़ते हिसंक मामलो को देख, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “जॉर्ज फ्लॉयड की निर्मम हत्या से सम्पूर्ण अमेरिका दुखी है और सबके मन में एक आक्रोश है। जॉर्ज और उनके परिवार को इंसाफ दिलाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मेरे प्रशासन की ओर से उन्हें पूरा न्याय मिलेगा। मगर देश के राष्ट्रपति के तौर पर मेरी पहली प्राथमिकता इस महान देश और इसके नागरिकों के हितों की रक्षा करना है।”
ट्रंप ने कहा “रविवार रात वॉशिंगटन डीसी में जो कुछ हुआ वो बेहद अफसोस जनक है। मैं हजारों की संख्या में हथियारों से लैस सेना के जवानों को उतार रहा हूं। इनका काम दंगा, आगजनी, लूट और मासूम लोगों पर हमले की घटनाओं पर लगाम लगाना होगा।”
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